Sidhi news : SDM ने माना जेपी प्लांट ने की है मनमानी, पर्यावरण को पहुंचाया है नुकसान
Sidhi news : सीधी जिले की सीमा पर स्थित संयंत्र स्थित है जहां जेपी प्लांट नगरी में अवैध रखड़ को निकाल कर सार्वजनिक स्थानों पर फेंक दिया जाता है। जिसकी वजह से पर्यावरण प्रदूषण होता है, निकली हुई राख पानी के माध्यम से खेतों को नष्ट कर रही है एवं नदियों में वह दूषित पानी मिलता हुआ नजर आ रहा है। जिसमें अधिवक्ता अंबुज पांडे और शिवम द्विवेदी के द्वारा सीधी कलेक्टर स्वरोचिश सोमवंशी को शिकायत की गई थी। जहां कलेक्टर ने एसडीएम को पत्र लिखा था और जांच करने की बात कही थी। जहां एसडीएम ने जांच की और इसमें जेपी प्लांट को दोषी पाया है जिसके बाद कार्यवाही करने के लिए कलेक्टर को उन्होंने पत्र अग्रेषित कर दिया।
Sidhi news : जब इस मामले में उपखंड अधिकारी मझौली आरपी त्रिपाठी से बात की गई। तब उन्होंने कहा कि हमने मड़वास तहसीलदार को और पटवारी को जांच के लिए कहा गया था उनकी रिपोर्ट में यह पाया गया कि बिना अनुमति के प्लांट ने लापरवाही पूर्वक कार्य करते हुए राखड़ को डंप किया है। इसके बाद तहसीलदार ने प्रतिवेदन एसडीएम को भेजो और एसडीएम ने उसे प्रतिवेदन को आगे फॉरवर्ड करके सीधी कलेक्टर को भेज दिया है और कार्यवाही करने की बात कही है। जहां एसडीएम ने 23 अगस्त को यह प्रतिवेदन सीधी कलेक्टर को सौप था।
वही 23 अगस्त को sdm के द्वारा प्रतिवेदन सौंपने के बाद भी सीधी कलेक्टर ने कोई कार्यवाही नहीं की
यह था पूरा मामला
Sidhi news : जे पी पवार प्लांट निगरी द्वारा ग्राम पंचायत टिकरी के डालापीपर बिना किसी परिमिसन के सैकड़ो ट्रक फ्लाई एस फेक दिया गया है। जो बर्षा के कारण आस पास के कृषि भूमि पर बह कर पट गया जिससे किसानों कृषि भूमि बंजर होने की स्थित में आ गई। साथ ही पर्यावरण प्रदूषित हो रहा जिसकी शिकायत कलेक्टर सीधी से लिखित रूप से अधिवक्ता अंबुज पांडे और समाजसेवी शिवम द्विवेदी टिकरी द्वारा दिनांक 1/8/24 को की गई थी। जिसमे आज दिनांक तक जे पी पवार प्लांट के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
जब की जे पी पवार प्लांट का उक्त कृत्य एन जी टी और पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार के नियमो के विपरित है जिससे लगातार जल और पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। जिस स्थान में कंपनी द्वारा फ्लाई एस बिना किसी अनुमति के डाला गया है।
Sidhi news : वही पर पेट्रोल पंप और होटल संचालित है जिससे वहां पर सैकड़ों लोगों की भीड़ बनी रहती हैं और फ्लाई ऐश के प्रदूषण के कारण जनजीवन पर विपरित प्रभाव पड़ता है। इसके वावजूद भी कलेक्टर सीधी की कार्यवाही मात्र जांच प्रतिवेदन तक सीमित रह गई जो एक गंभीर चिंता का विषय है जब की अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मझौली और खनिज विभाग द्वारा जांच प्रतिवेदन कलेक्टर सीधी को भेजा जा चुका है। जिसमे स्पष्ट रूप से जल और पर्यावरण प्रदूषित होने के साथ साथ आस पास के कृषि भूमि और पेड़ पौधे को नुकसान पहुंचने का उल्लेख किया गया है। परंतु जे पी पवार प्लांट के ऊपर अभी तक किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं हुई न ही किसानों को नुकसानी का मुआवजा दिलाया गया है। बल्कि कंपनी प्रबंधन द्वारा रात रात में खुली पड़ी फ्लाई ऐश के ऊपर 4 इंच मिट्टी डाल के छुपाने का प्रयास किया गया है।