Umaria News: तो क्या नंबरों के मकड़जाल से नहीं मिलेगा नौरोजाबाद को छुटकारा?
गुरु जी का सट्टा कारोबार बन गया है नौरोजाबाद की बर्बादी की जड़, कॉलरी कर्मचारी बनते जा रहे हैं शिकारी
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
नौरोजाबाद का माहौल इन दिनों एक गंभीर सामाजिक संकट की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। यहां सट्टा कारोबार ने अपनी गहरी जड़ें जमा ली हैं और यह अवैध धंधा अब सिर्फ कुछ गली-मोहल्लों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पूरे क्षेत्र की युवा पीढ़ी को अपने शिकंजे में जकड़ चुका है।
गुरु जी के नाम से मशहूर सट्टा संचालक का नेटवर्क दिन-ब-दिन फैलता जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह व्यक्ति न केवल खुलेआम नंबर चलवा रहा है, बल्कि उसके नेटवर्क में मजदूर और छोटे दुकानदार तक शामिल हो चुके हैं। हैरानी की बात यह है कि कुछ कॉलरी कर्मचारी जो खुद अपनी रोजी-रोटी का जरिया मेहनत से कमाते हैं, अब इस काले धंधे में बिचौलिए बनकर दूसरों को फंसाने का काम कर रहे हैं।
युवाओं के लिए यह धंधा अब एक जल्दी पैसा कमाने का जरिया बन गया है। स्कूल-कॉलेज छोड़कर लड़के दिनभर मोबाइल में नंबर जोड़ते नजर आते हैं। छोटे-छोटे बच्चों तक को सट्टा लगाने की प्रक्रिया पता है, जो इस बात का संकेत है कि यह बीमारी अब घर-घर में फैल रही है।
सट्टे की वजह से घरेलू माहौल भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। कई परिवारों में कलह और तनाव का मुख्य कारण यही सट्टा बन चुका है। कमाने वाला पुरुष जब रोज सट्टे में पैसे गंवाकर घर लौटता है, तो घर की महिलाओं पर मानसिक और आर्थिक दबाव बढ़ जाता है।
प्रशासन की चुप्पी और पुलिस की निष्क्रियता ने इस अवैध धंधे को बढ़ावा दिया है। सिर्फ दिखावे की कार्रवाई कर मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है, जबकि सट्टा अड्डे फिर से उसी स्थान पर शुरू हो जाते हैं।
अब समय आ गया है कि प्रशासन, पुलिस और समाज मिलकर इस बढ़ती बीमारी पर कठोर कार्रवाई करें। पंडित जी जैसे सट्टा माफियाओं को सलाखों के पीछे भेजना जरूरी है, साथ ही उन कॉलरी कर्मचारियों की पहचान भी जरूरी है जो लोगों को फांसने में सक्रिय हैं।
यदि अभी भी आंखें मूंद ली गईं, तो आने वाले समय में नौरोजाबाद का हर घर इस नंबरों के जाल में उलझ जाएगा। और तब सिर्फ एक पीढ़ी नहीं, बल्कि पूरा समाज बर्बादी के अंधेरे में समा जाएगा।
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