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Umaria News: महिला शिक्षिकाओं से अभद्रता का आरोप, मॉडल स्कूल बरबसपुर के प्रचार्य पर लगा गंभीर आरोप

Tapas Gupta

By Tapas Gupta

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Umaria News: महिला शिक्षिकाओं से अभद्रता का आरोप, मॉडल स्कूल बरबसपुर के प्रचार्य पर लगा गंभीर आरोप

उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)

शासकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरबसपुर पाली में कार्यरत दो महिला अतिथि शिक्षिकाओं ने विद्यालय के प्रचार्य हीरेंद्र कुमार सिंह पर अभद्र भाषा और अपमानजनक व्यवहार करने का गंभीर आरोप लगाया है। इस संबंध में महिला शिक्षिकाओं ने पुलिस थाना बिरसिंहपुर पाली में लिखित शिकायत दी है, जिसमें प्रचार्य के व्यवहार को महिलाओं के सम्मान के खिलाफ बताया गया है।

शिकायतकर्ता शिक्षिका शशि प्रिया सिंह, उम्र 43 वर्ष, ने अपनी शिकायत में बताया कि वे विगत तीन वर्षों से विद्यालय में हिन्दी विषय की अतिथि शिक्षिका के रूप में सेवाएं दे रही हैं। उन्होंने कहा कि 2 जुलाई 2025 को जब वे विद्यालय में अपनी सेवा पुनः प्रारंभ करने पहुंचीं, तो प्रचार्य हीरेंद्र सिंह ने न केवल उनके साथ असम्मानजनक भाषा का प्रयोग किया, बल्कि समय सारणी को लेकर हुए विवाद में खुले तौर पर अभद्रता की। शिक्षिका ने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व में भी प्रचार्य द्वारा इसी तरह की भाषा का प्रयोग किया जा चुका है, जिससे उनका मानसिक उत्पीड़न हो रहा है।

इसी प्रकार, दूसरी शिक्षिका रितु सिंह यादव, उम्र 41 वर्ष, जो विगत तीन वर्षों से विद्यालय में सेवाएं दे रही हैं, ने भी प्रचार्य के व्यवहार को अपमानजनक और शिक्षकीय गरिमा के विपरीत बताया है। उन्होंने कहा कि प्रचार्य का व्यवहार महिला शिक्षकों के प्रति असंवेदनशील और अपमानजनक रहा है।

शिकायत में यह भी उल्लेख है कि समय सारणी (टाइम टेबल) को लेकर शिक्षकों को 5 पीरियड सौंपे गए थे, जो कि नियमानुसार अधिकतम 6 पीरियड तक हो सकते हैं। इसके बावजूद प्रचार्य द्वारा उन्हें पढ़ाने के लिए मजबूर करने का प्रयास किया गया और जब उन्होंने आपत्ति जताई, तो अपशब्दों और तानों के माध्यम से उन्हें अपमानित किया गया।

वहीं, जब इस मामले में एकलव्य विद्यालय के प्राचार्य से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि “समय सारणी बनी हुई थी, 5 पीरियड अलॉट किए गए थे और शिक्षिका पढ़ाने को तैयार नहीं थीं। हमने कोई अभद्रता नहीं की है, ये सभी आरोप बेबुनियाद हैं।”

हालांकि महिला शिक्षिकाओं की शिकायत से यह मामला विद्यालयी अनुशासन और कार्य संस्कृति पर गंभीर सवाल खड़े करता है। महिला सम्मान को लेकर समाज में जागरूकता के इस दौर में यदि शिक्षण संस्थानों में ही महिला शिक्षकों के साथ अभद्रता होती है, तो यह न केवल चिंताजनक है बल्कि प्रशासनिक स्तर पर कड़ी कार्रवाई की मांग भी करता है।

इस पूरे प्रकरण में अब पुलिस की भूमिका अहम होगी। शिक्षिकाओं ने प्रचार्य के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की है। वहीं, शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन से भी इस मामले में हस्तक्षेप की अपेक्षा की जा रही है।

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मै तपस गुप्ता 9 सालों से लगातार पत्रकारिता मे सक्रिय हूं, समय पर और सटीक जानकारी उपलब्ध कराना ही मेरी पहली प्राथमिकता है। मो-7999276090

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