Umaria News: उमरिया कांग्रेस में बदलाव की आहट, 6 नामों के पैनल के साथ लौटे पर्यवेक्षक राजेश ठाकुर
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
मध्यप्रदेश कांग्रेस में संगठनात्मक मजबूती को लेकर चल रही कवायद अब निर्णायक मोड़ पर पहुंचती दिख रही है। इसी क्रम में झारखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और पर्यवेक्षक राजेश ठाकुर एक बार फिर उमरिया पहुंचे, जहां उन्होंने संगठन सृजन अभियान के तहत जिला कांग्रेस की गतिविधियों की समीक्षा की और संभावित जिलाध्यक्षों के नामों पर फीडबैक लिया।
करीब एक माह से कांग्रेस प्रदेशभर में जिला स्तर पर संगठन को पुनर्गठित करने की कवायद में जुटी है। वरिष्ठ नेताओं को विभिन्न जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिनका उद्देश्य कार्यकर्ताओं की भागीदारी और संगठन की जमीनी हकीकत को समझते हुए मजबूत नेतृत्व तैयार करना है।
प्रवास के दौरान राजेश ठाकुर ने जिले के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं और संभावित दावेदारों से अलग-अलग चर्चा कर उनकी मंशा और विचार जाने। उन्होंने बताया कि इन मुलाकातों के बाद छह नामों का पैनल तैयार किया गया है, जिसे वह “पोटली” कहकर अपने साथ ले गए हैं। यह सूची अब प्रदेश कांग्रेस और पार्टी हाईकमान को सौंपी जाएगी।
मीडिया से चर्चा करते हुए ठाकुर ने कहा कि चयन की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होगी और समिति द्वारा तय मापदंडों के आधार पर ही निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जिलाध्यक्ष वही बनेगा जो संगठन में समन्वय स्थापित कर सके, कार्यकर्ताओं को जोड़कर पार्टी को मजबूती दे सके और नेतृत्व की जिम्मेदारी को सफलतापूर्वक निभा सके।
राजेश ठाकुर ने उमरिया जिले में कांग्रेस की स्थिति को सकारात्मक बताया। उन्होंने कहा कि जिले में कार्यकर्ता पूरी तरह सक्रिय हैं और उनमें नई ऊर्जा देखने को मिल रही है। पार्टी को एकजुट रखने के लिए सभी वर्गों और नेताओं की राय को प्राथमिकता दी जा रही है।
गौरतलब है कि कांग्रेस अब जिलाध्यक्ष चयन को केवल सियासी समीकरणों पर नहीं, बल्कि सांगठनिक दृष्टिकोण से देख रही है। यही कारण है कि प्रत्येक नाम के पीछे किए गए मंथन को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि हाईकमान किस नाम पर अंतिम मुहर लगाता है और उमरिया कांग्रेस की कमान किसके हाथों सौंपी जाती है।