Sidhi news: जिले में विद्युत लाईनों में हो रहे फाल्ट के कारण विद्युत सप्लाई घंटो ठप्प हो जाना अब आम बात हो चुकी है। बिजली की खपत जिस अनुपात से बढ़ रही है उसी के अनुसार फाल्ट भी लगातार बढ़ रहा है। विद्युत लाईनों के साथ ही ट्रांसफार्मरों में भी फाल्ट की समस्या बढ़ रही है। विद्युत सप्लाई जब भी ठप्प हो जाती है विद्युत वितरण केंद्र के अमले का जवाब होता है कि मुख्य लाईन या फिर ट्रांसफार्मर में फाल्ट होने के कारण बिजली की सप्लाई ठप्प हो गई है। शहरी क्षेत्र में तो कुछ घंटे बाद फाल्ट की समस्या दूर हो जाती है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में फाल्ट कब दूर होगा इसको लेकर पूरी तरह से अनिश्चितता बनी रहती है।
बिजली की संकट को लेकर लोगों का आक्रोश लगातार गहरा रहा है। विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी विद्युत लाइनों में फाल्ट एवं ट्रांसफामरों की खराबी बताकर बिजली की बेतहासाकटौती इन दिनों कर रहे हैं।
Sidhi news: स्थिति यह है कि शहरी क्षेत्र में ही फाल्ट के बहाने दिन के समय कई घंटे कटौती विभिन्न फीडरों में की जा रही है। दिन के समय कई घंटे बिजली की सप्लाई बंद होने से लोग काफी परेशान नजर आ रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति तो बिजली संकट को लेकर काफी गंभीर है। ग्रामीण क्षेत्रों को 10-12 घंटे बिजली की सप्लाई ही की जा रही है। मांग एवं आपूर्ति में कुछ अंतर आने के कारण विभाग द्वारा अघोषित कटौती विभिन्न कारणों से की जा रही है। विद्युत वितरण कंपनी सोधी के अधिकारी बिजली की सप्लाई सही न होने के संबंध में गोलमाल जवाब देते हैं।
Sidhi news: ऐसा आभास होता है कि उनके द्वारा बिजली की अघोषित कटौती पूरी तरहलाइन फाल्ट पर ही थोपी जा रही है। बिजली की समस्या को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में हाहाकार मचा हुआ है। चर्चा के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों के कुछ लोगों ने बताया कि दिन के समय बिजली की उपलब्धता काफी कम होती हैं। यह अवश्य है कि कुछ समय के लिए बिजली के दर्शन होते हैं। बिजली आने के कुछ समय बाद ही फिर से गुल हो जाती है। रात के समय बिजली ज्यादा रहती है। हल्की बारिश शुरू हुई तो रात में भी बिजली की सप्लाई ठप्प हो जाती है। उस दौरान विद्युत वितरण केन्द्रों केअधिकारी यही जवाब देते हैं कि 11 केव्ही लाइन के फाल्ट हो जाने के कारण बाहर से ही बिजली की सप्लाई बंद हो गई है। लाइन का फाल्ट सुधार आने पर बिजली की सप्लाई शुरू हो जाएगी। विद्युत वितरण कंपनी के बड़े अधिकारी सीधी जिले में बिजली की बनी समस्या को लेकर पूरी तरह से मूकदर्शक बने हुए हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती को लेकर आक्रोश
Sidhi news: शहरी एवं ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लोगों के लिए बिजली मूलभूत आवश्यकता बन चुकी है। बिजली न रहने से लोगों को तरह-तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति तो यह है कि यदि बिजली रहेगी तो ज्यादातर घरों में दिन के समय भी बिजली के बल्ब आसानी से जलते हुए नजर आएंगे। बिजली की सप्लाई ठप्प होते हीलोग परेशान नजर आने लगते हैं। झमाझम बारिश होने का इंतजार किसान महीनो से कर रहे हैं लेकिन मानसून उन्हे लगातार दगा दे रहा है। किसानों का कहना है कि पिछले दो वर्षों से मानसून को लेकर पूरी तरह से अनिश्चितता व्याप्त हो गई है। किसानों को अल्पबारिश में खेती किसानी का कार्य करना पड़ रहा है।
गांवों में आधी रात को भी गुल हो जाती है बिजली
Sidhi news: ग्रामीण क्षेत्रों में आधी रात को भी बिजली की सप्लाई कर है। लगानीको साईप कर दी जाती है। बरस रहा है और न आंधी आ रही है फिर भी बिजली की सप्लाई क्यों बंद हो गई। घंटों बिजली गुल रहने पर कवित वितरण केंद्र के अधिकारियों से संपर्क किया जाता है तो उनका मोबाईल स्विच आफ बताता है। ऐसे में स्पष्ट है कि विद्युत वितरण केंद्र के अधिकारी उपभोक्ताओं की समस्या को लेकर कितने गंभीर हैं। विद्युत वितरण कंपनी जबलपुर के काल सेंटर में जब शिकायत दर्ज कराई जाती है तो उसका निराकरण 2-3 दिन बाद होता है। ऐसे में लोगों को बिजली गुल की समस्या से तात्कालिक रूप से कोई राहत नहीं मिल पाती। इस वजह से लोग बिजली समस्या को लेकर प्रदेश सरकार को भी कोस रहे हैं।