Sidhi news:विधायक कुंवर सिंह ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को लिखा पत्र
Sidhi news:जिले में वन विभाग द्वारा वनों के सुधार एवं विस्तार के नाम पर लाखों नहीं बल्कि करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है। मामले की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय विधायक कुंवर सिंह ने सभी प्रमाणित दस्तावेजों के साथ अतिरिक्त मुख्य सचिव वन विभाग को पत्र सौंपा है। वन अमले को इस पत्र की भनक लगते ही हड़कंप मचा गया है। बता दें कि इस पूरे मामले का खुलासा गत माह जिला पंचायत के वन समिति सभापति कृष्ण लाल प्यासी छोटू ने किया था। श्री प्यासी को जब इस मामले की जानकारी लगीं तो उन्होंने वन मंडलाधिकारी एवं वन परिक्षेत्राधिकारी महझाली को पत्र लिख जानकारी मांगी गई लेकिन विभाग द्वारा मामले को दबाने के लिए सभापति को गुमराह करना शुरू कर दिया गया। ऐसे में सभापति कृष्ण लाल प्यासी ने पूरे मामले की शिकायत वन संरक्षक रीवा से की गई लेकिन डीएफओ एवं रेंजर की सेटिंग के चलते उक्त शिकायतों को दबा दिया गया।
Sidhi news:उल्लेखनीय हैं कि जिले के वन परिक्षेत्र मझौली अन्तर्गत करोड़ों रुपए के बेस कीमती पौधों की कटाई कराए जाने की सूचना पर जिला पंचायत के वन स्थाई समिति अध्यक्ष कृष्ण लाल पयासीने वन मंडलाधिकारी को पत्र लिखकर जांच कराने की मांग की गई थी। लेकिन 11 जुलाई को सभापति द्वारा लिखें गए पत्र को विभाग द्वारा गंभीरता से नहीं लिया। बल्कि अवैध कटाई के दौरान बचें लकड़ी के टूवें को ही नष्ट कराने में जुट गया। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम को भी कैमरे में कैद कर लिया गया है। उधर अब विधायक द्वारा जब इस मामले को लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव को जांच कराने के लिए पत्र लिखा गया तो इसकी भनक लगते ही वन अमले द्वारा जांच प्रभावित करने कागजों में हेराफेरी शुरू कर दी गई है।
Sidhi news:ऐसे में जब विभाग द्वारा कोई जांच नहीं कराई गई तो उन्होंने अपने विधायक कुंवर सिंह टेकाम को पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत कराते हुए जांच की मांग उठाई। विधायक ने सभापति के पत्र को गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव को पूरे मामले की जांच कराने पत्र सौंपा है।
विधायक के पत्र ने मचाई खलबली
Sidhi news:मझौली वन परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक आर 1234 में एफडीआर योजना अन्तर्गत 50 हेक्टर में 10000 पौधें सागौन एवं बाँस का रोपण कराया गया था जिसे वन विभाग द्वारा ही कटवाने का आरोप सभापति कृष्ण लाल प्यासी ने वन विभाग पर ही लगा था। इसी मामले की जानकारी मिलने पर विधायक धौहनी कुंवर सिंह टेकाम ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र लिखकर जांच कराने की मांग उठाई है। । सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार विधायक द्वारा मझौली वन परिक्षेत्र में हुए भ्रष्टाचार को लेकर लिखें गए पत्र की जानकारी वन विभाग सीधी के आला अधिकारियों को लग गई है। विधायक के पत्र की जानकारी मिलते ही वन अमले में खलबली मच गई है।
यह हैं पूरा मामला
Sidhi news:बता दें कि वन समिति सभापति जिला पंचायत कृष्ण लाल पयासी ने डीएफओ सीधी को जुलाई माह में पत्र लिखकर अवगत कराया था कि बताया था। मझौली वन परिक्षेत्र अन्तर्गत बीट गजरी के कक्ष क्रमांक आर 1234 में वर्ष 2013-14 में 20 हेक्टेयर में बांस वृक्षारोपण का कार्य कराया गया था। जिसमें 12500 बांसो का वृक्षा रोपण कराया गया था। उक्त पौधे पूर्ण रूप से तैयार हो गये थे किन्तु वर्ष 2022-23 में तत्कालीन कर्मचारियों के द्वारा उक्त क्षेत्र से बांस को अवैध रूप से कटा कर चोरी छुपे बिक्री करदिया गया है। इतना ही नहीं जिस वन अधिकारी कर्मचारी द्वारा बांस के वृक्षों की कटाई कराई गई उसके द्वारा उक्त वन क्षेत्र से सुबूत नष्ट करने के लिए वन भूमि को खोद दिया गया है। जिससे उसके ठूंठ सहित प्लांटेशन के साक्ष्य नष्ट हो गए हैं। इतना ही नहीं वन स्थाई समिति अध्यक्ष कृष्ण लाल पयासी ने बताया कि मझौली वन परिक्षेत्र के ही इसी कक्ष क्रमांक आर 1234 में एफडी आर योजना अन्तर्गत 50 हेक्टर में 10000 पौधा सागौन/बांस का रोपण कराया गया था। जिसको सम्पूर्ण रूप से विक्रय कर साक्ष्य को नष्ट करा दिया गया है। जिससे शासन को करोड़ों रुपए की छति पहुंची हैं।