शादी के अमिट बंधन: Gold के जटिल मंगलसूत्र और Jewelry Design
सीधी, 11 अक्टूबर 2025:
भारतीय संस्कृति में विवाह का प्रतीक मंगलसूत्र केवल आभूषण (Jewelry) नहीं, बल्कि पति-पत्नी के अटूट बंधन का प्रतीक है। हाल ही में आयोजित एक प्रमुख ज्वेलरी प्रदर्शनी में Gold के जटिल मंगलसूत्रों का अनोखा संग्रह महिलाओं के दिलों को भा गया। लाल मखमली तश्तरी पर सजी ये कलाकृतियां—जटिल नक्काशी, मोतियों की झिलमिलाती लड़ी और हृदयस्पर्शी Design—परंपरा को आधुनिक रूप में पेश करती हैं।
परंपरा और आधुनिकता का संगम
इस संग्रह की सबसे बड़ी खासियत इसकी Design विविधता है।
पारंपरिक मॉडल: काले और पीले मोतियों वाली सिंगल चेन, जो सरलता और न्यूनतमवाद की मिसाल पेश करती हैं।
आधुनिक मॉडल: बहुस्तरीय (लेयर्ड) चेन वाले मंगलसूत्र, जहां अलग-अलग लंबाई की Gold की जंजीरें स्टाइलिश लुक देती हैं।
कुछ डिज़ाइनों में हीरे और रत्न भी जड़े हैं, जो सुंदरता में चार चाँद लगाते हैं। हृदय आकार के पेंडेंट, फूलों की नक्काशी और पंखों जैसी ड्रॉप्स वाली ये कृतियां हल्की (8-15 ग्राम) होने के बावजूद मजबूत हैं।
शुद्ध सोना और पर्यावरण अनुकूलता
सभी मंगलसूत्र 22 कैरेट शुद्ध सोने (Gold 91.6%) से बनाए गए हैं, जो त्वचा के लिए सुरक्षित और लंबे समय तक चमकदार रहते हैं। साथ ही, रिसाइकल्ड सोना (Gold) का उपयोग** कर इन्हें पर्यावरण-अनुकूल बनाया गया है, जो सस्टेनेबल फैशन का संदेश देता है।
कला की बारीक प्रक्रिया
हर मंगलसूत्र की निर्माण प्रक्रिया पीढ़ियों पुरानी सोनार कला पर आधारित है।
सोना (Gold) पिघलाकर शुद्ध किया जाता है और वायर या शीट में ढाला जाता है।
फिर हाथ से जटिल नक्काशी उकेरी जाती है।
मोतियों को सोल्डरिंग और पॉलिशिंग के बाद चमक दी जाती है।
एक कुशल कारीगर को एक Design बनाने में 4-6 घंटे लगते हैं, जिससे प्रत्येक टुकड़ा अनोखा बनता है।
कीमत और उपलब्धता
बेसिक Design: ₹50,000 – ₹80,000
हीरे जड़े प्रीमियम मॉडल: ₹1.5 लाख – ₹2.5 लाख
Gold की वर्तमान कीमत (लगभग ₹75,000 प्रति 10 ग्राम) को ध्यान में रखते हुए, ये दाम प्रतिस्पर्धी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ती मांग के कारण 2025 में कीमतें 10-15% बढ़ सकती हैं।
निष्कर्ष
यह संग्रह न केवल दुल्हनों को लुभा रहा है, बल्कि आधुनिक महिलाओं को भी परंपरा से जोड़ रहा है। विवाह (Wedding) या गिफ्ट के लिए यह मंगलसूत्र सही विकल्प हैं—जहां चमक के साथ भावनाएं भी जुड़ी हों।
