मातृशक्ति के संकल्प से गूंजा विद्या भारती विद्यालय , सप्तशक्ति संगम महोत्सव में महिलाओं ने किया समाज परिवर्तन का आह्वान
उमरिया तपस गुप्ता
समाज में सकारात्मक परिवर्तन और समृद्ध भारत के निर्माण की दिशा में मातृशक्ति की भूमिका को रेखांकित करते हुए पाली विकासखंड के प्रकाश नगर स्थित विद्या भारती CBSE विद्यालय में 9 नवंबर को सप्तशक्ति संगम महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती दिव्या तिवारी ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती बेला अर्जुन सिंह सैयाम उपस्थित रहीं। इस अवसर पर जिलेभर से आई अनेक मातृशक्तियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को प्रेरणादायी रूप दिया।
महोत्सव में पंच परिवर्तन पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, नागरिक कर्तव्य और स्व का बोध जैसे विषयों पर सारगर्भित विचार प्रस्तुत किए गए। इन विषयों पर श्रीमती माध्वी सिंह श्रीमती ज्योति द्विवेदी श्रीमती कौशिल्या चक्रवर्ती और शिक्षिका श्रीमती स्वेता सिंह ने अपने विचार रखे। वक्ताओं ने बताया कि नारी केवल परिवार की धुरी नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की अग्रदूत है।

कार्यक्रम में शिक्षिकाओं ने नारी शक्ति के उत्थान और नए भारत की संकल्पना पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जब मातृशक्ति जागृत होती है तो समाज में परिवर्तन अवश्य होता है। भारतीय संस्कृति, कुटुंब व्यवस्था और पर्यावरण संरक्षण को बनाए रखने में नारी की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया गया।
विद्यालय की सांस्कृतिक प्रमुख श्रीमती कीर्ति मिश्रा बहन और विद्यालय परिवार की सभी आचार्याओं का योगदान कार्यक्रम में विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा। विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य राजेश द्विवेदी, नारायण साहू और विद्यालय के अन्य कार्मिकों ने कार्यक्रम की व्यवस्थाएँ संभालीं।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में विद्यालय की छात्राओं ने वीरांगनाओं के रूप में प्रेरक मंचन किया, जिसने उपस्थित मातृशक्ति को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम के समापन पर सभी मातृशक्तियों को समृद्ध भारत निर्माण के लिए सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प दिलाया गया।
संपूर्ण आयोजन ने यह संदेश दिया कि यदि समाज परिवर्तन के पथ पर कोई शक्ति देश को समृद्धि की ओर ले जा सकती है, तो वह केवल मातृशक्ति ही है।
