Sidhinews:सोन घड़ियाल अभयारण्य में वन अमले पर जानलेवा हमला: अवैध उत्खनन रोकने गई रेंजर टीम से मारपीट, डंडों से पीटा गया स्टाफ, डीएफओ ने पुलिस कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
Sidhinews: जिले के रामपुर नैकिन थाना अंतर्गत सोन घड़ियाल अभयारण्य से एक बेहद गंभीर और चिंताजनक मामला सामने आया है, जहां अवैध उत्खनन रोकने गई वन विभाग की टीम पर गांव के दबंगों ने हमला कर दिया। यह घटना दिनांक 11 दिसंबर 2025 की रात्रि लगभग 7:30 बजे बनास नदी के सथनी घाट की बताई जा रही है, जो सोन घड़ियाल अभयारण्य का प्रतिबंधित क्षेत्र है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वन परिक्षेत्राधिकारी मुकेश अलावा अपने स्टाफ कुजेश्वर गौतम, दयाराम प्रजापति, चन्द्रभान सिंह एवं अजय मिश्रा के साथ रात्रि गश्त पर थे। गश्त के दौरान जब टीम वाहन से उतरकर नदी किनारे जांच कर रही थी, तभी सथनी गांव की ओर से दीप सिंह बघेल, प्रमोद सिंह बघेल, प्रांशु सिंह बघेल, विक्कू सिंह और प्रियेश सिंह अपने अन्य साथियों के साथ मौके पर पहुंचे और अचानक वनकर्मियों से गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी।
आरोप है कि प्रांशु सिंह बघेल ने वनकर्मी अजय मिश्रा पर डंडे और हाथों से हमला किया, जबकि अन्य आरोपियों ने शासकीय कार्य में बाधा डालते हुए पूरे स्टाफ के साथ मारपीट की। हल्ला सुनकर जब रेंजर मुकेश अलावा और चन्द्रभान सिंह मौके पर पहुंचे तो हमलावरों ने उन्हें भी नहीं बख्शा और जान से मारने की धमकी देते हुए हाथ-मुक्कों और डंडों से हमला कर दिया। इस हमले में चन्द्रभान सिंह के सिर में खरोंच, पीठ में दर्द, दयाराम प्रजापति और अजय मिश्रा को भी गंभीर चोटें आई हैं। मारपीट के दौरान रेंजर का जैकेट भी फाड़ दिया गया।
Sidhinews:घटना के बाद पूरा वन अमला थाना पहुंचा, जहां आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 132, 121(ए), 296(ए), 351(2) और 3(5) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
वहीं पूरे मामले पर सीधी जिले के रिजर्व क्षेत्र के डीएफओ राजेश कन्ना ने कहा कि वन विभाग की टीम अवैध उत्खनन रोकने गई थी, तभी आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों ने हमला किया। उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी असंतोष जताते हुए कहा कि यदि समय रहते सख्त कार्रवाई होती, तो यह घटना टाली जा सकती थी।
