Umaria News: हरिहर महराज की 21वीं पुण्यतिथि पर भव्य धार्मिक आयोजन संपन्न
उमरिया
Umaria News: धार्मिक नगरी बिरसिंहपुर पाली में समर्थ गुरु हरिहर महराज जी की 21वीं पुण्यतिथि धार्मिक आस्था और हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। हरिहर दरबार में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा, भक्तजन बड़ी श्रद्धा के साथ पूजन-अर्चन में लीन रहे। इस पुण्यतिथि को भव्य रूप देने के लिए भक्तगण पहले से ही दरबार पहुंच गए थे और आयोजन की तैयारियों में जुटे हुए थे।
पूजन-अर्चन और अभिषेक अनुष्ठान
Umaria News: पुण्यतिथि के शुभ अवसर पर प्रातः काल हरिहर महराज जी की विशेष पूजा-अर्चना एवं अभिषेक अनुष्ठान का आयोजन किया गया। वेद मंत्रों के उच्चारण और संकीर्तन के बीच भक्तों ने अपने आराध्य को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। हरिहर महराज जी के चरणों में फूलों की वर्षा की गई और पूरे वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत कर दिया गया।
पालकी यात्रा और सांई मंदिर दर्शन
Umaria News: पूजन-अर्चन के उपरांत दरबार से हरिहर महराज जी की भव्य पालकी यात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। भक्तगण भजन-कीर्तन करते हुए नगर भ्रमण पर निकले और सांई मंदिर तक पहुंचे। वहां, सांई बाबा की पूजा-अर्चना की गई और सभी भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया। यात्रा के दौरान पूरा क्षेत्र भक्ति के रंग में रंगा रहा, जयकारों की गूंज से वातावरण आध्यात्मिकता से भर गया।
विशाल भंडारा और भजन संध्या
Umaria News: पालकी यात्रा के वापस हरिहर दरबार पहुंचने पर श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भक्तों ने सेवा कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लिया और जरूरतमंदों को भोजन कराकर पुण्य लाभ अर्जित किया। इसके पश्चात सायंकालीन पूजन और आरती का आयोजन हुआ, जिसमें भक्तों ने दीप जलाकर अपनी श्रद्धा व्यक्त की। भजन संध्या में संतों और गायक कलाकारों ने भक्ति संगीत प्रस्तुत कर माहौल को दिव्यता से भर दिया।
गुरु महिमा और श्रद्धालुओं की भावनाएं
Umaria News: इस अवसर पर नागपुर से पधारे अनुप गुप्ता जी ने भावुक होकर गुरु महिमा का बखान किया। उन्होंने कहा कि पाली नगरी अत्यंत पुण्यवान है, जहां हरिहर महराज जी ने भगवद लीनता प्राप्त की। उन्होंने बताया कि हरिहर दरबार की अपार महिमा है और यहां आने वाले सभी भक्तों को सदैव दिव्य आशीर्वाद की अनुभूति होती है।
Umaria News: कार्यक्रम के सफल आयोजन में भक्तों, श्रद्धालुओं और दरबार के सेवकों ने महती भूमिका निभाई। भारी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने इस भव्य धार्मिक आयोजन को अद्वितीय बना दिया। इस प्रकार, हरिहर महराज की 21वीं पुण्यतिथि भक्तिभाव और आध्यात्मिक उल्लास के साथ संपन्न हुई।