
जय श्रीराम के नारे के बदले में मिली पिटाई
त्रेतायुग में रावण के दरबार में जब हनुमान जी ने जय श्रीराम का नारा लगाया था तो रावण ने हनुमानजी की पूँछ में आग लगवा दी थी और आज कलयुग में यदि कोई बच्चा कार्यक्रम के दौरान जय श्रीराम का नारा लगा दे तो उसको कार्यक्रम के मंच पर बुलाकर सबके सामने उसकी पिटाई कर दी जाती है।
जी हां ऐसा ही मामला मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के गंजबासौदा के क्रिश्चियन मिशनरी द्वारा संचालित भारत माता कान्वेंट स्कूल के कार्यक्रम के दौरान सामने आया, जब चलते हुए कार्यक्रम में कुछ छात्रों के द्वारा जय श्रीराम के नारे लगा दिये गए फिर क्या था।
कान्वेंट स्कूल के प्रशासन को ये नागवार गुजरा और जिन छात्रों ने जय श्रीराम के नारे लगाये थे उनको मंच पर बुलाकर उनकी पिटाई कर दी गई, जिसके बाद एबीव्हीपी और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने स्कूल पहुँचकर घटना का विरोध किया।
एबीव्हीपी और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता इस घटना से बहुत आक्रोशित थे और इस दौरान माहौल मौके पर गर्म हो गया था, गंजबासौदा एसडीएम और एसडीओपी समेत पुलिस भी सूचना मिलते ही भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुँच गई थी जिसके कारण स्कूल परिसर छावनी में तब्दील हो गया था।
प्रशासन औऱ पुलिस अधिकारियों ने मामले को शांत करना शुरू किया, एसडीएम और एसडीओपी के सामने बयान लिये गए औऱ मामले की जाँच शुरू की गई और उचित कार्यवाही की बात कहकर आक्रोशित लोगों को समझाइश देकर शांत कराया गया।
विजय राय, एसडीएम, गंजबासौदा
इस पूरे मामले पर सवाल ये उठता है कि क्या जय श्रीराम का नारा लगाना भी किसी कार्यक्रम में खलल डालने जैसा है, जिसके लिए मासूम बच्चों की पिटाई सबके सामने करना पड़ जाये, भारत माता कान्वेंट स्कूल, गंजबासौदा का ये कोई पहला मामला नहीं है।
इसके पहले भी इनके द्वारा तिलक लगाने , हाथ में कलावा बांधने को भी लेकर बच्चों को प्रताड़ित किया जाता रहा है, वहीं इस ईसाई मिशनरी स्कूल पर बच्चो के धर्मांतरण के आरोप जैसा गंभीर मामला भी प्रकाश में आ चुका है।
जिसके बाद हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने स्कूल में तोड़फोड़ कर दी थी, स्कूल के खिलाफ जिसकी अभी जाँच चल रही है, गंजबासौदा के इस कान्वेंट स्कूल में कई हिन्दू विरोधी मामले प्रकाश में आ चुके है और स्कूल के खिलाफ कई मामले उजागर हो चुके हैं लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं हो सकी है।