विद्या भारती सीबीएसई विद्यालय में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
बिरसिंहपुर पाली में संचालित विद्या भारती सीबीएसई विद्यालय, प्रकाश नगर में शुक्रवार को विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों को कानून, अधिकारों और कर्तव्यों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में विधिक साक्षरता बढ़ाना और उन्हें समाज में अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनाना रहा।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व्यवहार न्यायालय बिरसिंहपुर पाली के माननीय न्यायाधीश श्री गोपाल नंदन पाल थे। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विधि का ज्ञान केवल कानून पढ़ने वालों के लिए ही नहीं, बल्कि हर नागरिक के लिए आवश्यक है। उन्होंने बताया कि यदि बचपन से ही बच्चों को विधिक जागरूकता दी जाए, तो वे आगे चलकर जिम्मेदार नागरिक बनते हैं और समाज में सकारात्मक भूमिका निभाते हैं।
इस अवसर पर विद्यालय के व्यवस्थापक एवं सचिव श्री विजय प्रताप सिंह सिकरवार कार्यक्रम के अध्यक्ष रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों में आत्मविश्वास और सामाजिक चेतना दोनों का विकास होता है। उन्होंने न्यायाधीश महोदय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि छात्रों को उनके मार्गदर्शन से विधिक जानकारी प्राप्त करने का सुनहरा अवसर मिला।

विद्यालय के प्राचार्य श्री राजेश कुमार द्विवेदी ने कहा कि आज के समय में हर विद्यार्थी को अपने अधिकारों और कर्तव्यों की समझ होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि विद्यालय समय-समय पर ऐसे जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करता है ताकि छात्र केवल शैक्षणिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक रूप से भी मजबूत बन सकें।
कार्यक्रम का संचालन उद्घोष प्रभारी श्रीमती श्वेता सिंह ने किया, जबकि सांस्कृतिक प्रभारी श्रीमती कीर्ति मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में विद्यालय के सभी आचार्यगण प्रधानाचार्य श्री दयानंद शर्मा, ज्योति जी, अलका सिंह, श्रुति मिश्रा, रीना लखेरा, मोनिका शिवहरे, आकांक्षा, गरिमा, नेहा, उत्तरा, और कीर्ति बहन की उपस्थिति रही।
शिविर में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं और अभिभावक मौजूद रहे। विद्यार्थियों ने न्यायाधीश महोदय से विधिक विषयों पर प्रश्न भी पूछे, जिनका उन्होंने सरल और व्यावहारिक उत्तर दिया।
अंत में प्राचार्य श्री द्विवेदी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी और प्रेरणादायक रहा। विद्यार्थियों ने भी इस अनुभव को जीवन में यादगार बताया और कहा कि वे आगे चलकर इस ज्ञान का सदुपयोग समाज की सेवा में करेंगे।
