Mp news : ” मैं हूं अभिमन्यु “नुक्कड़ जनजागरण कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा महिलाओं के प्रति सुरक्षा एवं महिलाओं के प्रति जागरूकता से संबंधित नुक्कड़ सभा का कार्यक्रम करवाया जा रहा था जिसे आदित्य विक्रम सिंह द्वारा रुआब में आकर बंद करवाने के लिए कहा जाने लगा जिसके चलते यह घटना हुई
पुलिस से क्यों भिड़े आदित्य विक्रम सिंह
Mp news : गुना जिले के राघौगढ़ में जेपी कॉलेज के पास महिला सुरक्षा और जागरुकता अभियान में नुक्कड़ कार्यक्रम किया जा रहा था। पुलिस ने एक तरफ का ट्रैफिक रोका था। जब आदित्य विक्रम सिंह वहां पहुंचे तो वे पुलिस से वहीं से निकलने को लेकर भिड़ गए। उनका कहना था कि वे वहीं से निकलेंगे।
सिगरेट पीते-पीते पुलिस से की बहस
इस दौरान आदित्य विक्रम सिंह के हाथों में सिगरेट थी। वे मुंह से धुआं छोड़ते हुए पुलिस से अभद्रता करने लगे। जब पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की तो वे कार्यक्रम बंद कराने की धमकी देने लगे।
पुलिस और आदित्य में ऐसे हुई बहस
ड्राइवर – यह बाबा साहब हैं, छोटे राजा लक्ष्मण सिंह जी के बेटे हैं।
आदित्य – पुलिस को धमकाते हुए, सुप्रीम कोर्ट का हूं! कानून मुझे ज्यादा पता है या तुम्हें। सुप्रीम कोर्ट से ऊपर हो क्या तुम। पुलिस की ओर इशारा करते हुए इसका नाम क्या है। फोन लगाओ।
ड्राइवर – पुलिस कर्मियों से कहता है कि वीडियो बनाना बंद कीजिए।
SDOP – मैं कोई गलत काम नहीं कर रही हूं।
आदित्य – छात्राओं को भीतर जाने का कहते नजर आते हैं। वे छात्राओं से बोलते हैं, हां हो गया प्रोग्राम चलो अब अंदर चलो।
SDOP – किसे कह रहे हैं आप। आप इस तरीके से बात नहीं कर सकते। आप यहां पर कुछ पावर रखते हैं तो मैं भी यहां पर कुछ हूं। मैं कोई गलत कार्यक्रम नहीं करवा रही हूं।
आदित्य – पुलिस की ओर इशारा करते हुए क्या कर रहा है यार ये। देखो पुलिस की दादागिरी। बेटा मामला अब गरम हो गया है। वर्दी का धौंस मत दिखाना। हट जा बे।
Mp news : TI – हुकुम आपसे निवेदन है कि आप यहां से चले जाएं। हम आपसे निवेदन कर रहे हैं आप जिस प्रकार हमसे बातें कर रहे हैं यह कोई तरीका नहीं होता है। हम मानते हैं कि राघौगढ़ आपका है। सब आपका है, लेकिन बात करने का यह तरीका सही नहीं है।
आदित्य – पुलिस की ओर उंगली दिखाते हुए तू चुप बैठ। मेरा फोन ला।
TI – ढंग से बात करिए आप।
आदित्य – काहे का ढंग तेरेको बे। गाड़ी आ गई। पुलिस को धमकाते हुए, अब हट जा