सफारी का सरप्राइज , बांधवगढ़ में दो बाघों का एक साथ दीदार
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व इन दिनों लगातार चर्चा में है, जहां देश-विदेश से आने वाले पर्यटक बाघों का दीदार करने पहुंचते हैं। ताजा घटना ने पर्यटकों का रोमांच दोगुना कर दिया। एक वायरल वीडियो में सफारी पर निकले पर्यटक पहले एक बाघ को देखकर खुश होते हैं, लेकिन कुछ ही क्षण बाद रास्ते के बीच एक दूसरा बाघ भी सामने आ जाता है। जैसे ही दोनों बाघ दिखाई देते हैं, वाहन में बैठे पर्यटक उत्साह से एक साथ आवाज लगाते हैं दो हैं… दो हैं।
https://youtube.com/shorts/f6Y8dT5TG7E?si=Fb6Wfx2zfeWkzt9T
गाइड पर्यटकों को समझाती हैं कि बाघ की गरज या आवाज को ग्राउलिंग कहा जाता है। इसी आवाज की दिशा सुनकर अंदाजा लगाया जाता है कि बाघ किस तरफ मौजूद है। यह आवाज उनके मूवमेंट और एरिया कंट्रोल का हिस्सा होती है। विशेषज्ञ बताते हैं कि बाघ अपने टेरिटरी को सुरक्षित रखने के लिए रास्ते के दोनों तरफ मौजूद पेड़ों पर यूरिन स्प्रे करते हैं, जिससे वे अपनी सीमा को मार्क करते हैं और दूसरे बाघों को संकेत देते हैं कि यह इलाका उनका है।
इस तरह की टेरिटरी मार्किंग और ग्राउलिंग व्यवहार बाघों के प्राकृतिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसे बहुत कम लोग देख पाते हैं। लेकिन इस बार किस्मत पर्यटकों पर मेहरबान रही। न सिर्फ उन्हें बाघों का नजदीक से दीदार मिला, बल्कि उन्होंने उनके व्यवहार के दुर्लभ पल भी कैमरे में कैद किए।
सफारी पर मौजूद पर्यटकों ने इसे अपने जीवन का यादगार क्षण बताया। उनका कहना था कि बांधवगढ़ सच में वो जगह है जहां प्रकृति हर पल कुछ नया दिखाने को तैयार रहती है। यहां अगर किस्मत साथ दे तो मांगो एक, मिलते हैं दो भी। यह नजारा एक बार फिर साबित करता है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व रोमांच और जंगल की असली दुनिया को करीब से महसूस कराने की अनोखी जगह है।
