Sidhi news:सीधी जिले के जनपद सिहावल क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत तहसील सिहावल मुख्यालय में जहां सरकार के द्वारा लाखों रुपए का सर्वाधिक शौचालय बनाया गया है और पूरे क्षेत्र की जनता तहसील और जनपद में और स्वास्थ्य विभाग तहसीलदार पटवारी आर आई और आम जनता महिला बाल विकास क्या विभिन्न अधिकारी कर्मचारी आते हैं। आम जनता भी जाती है मगर जिस तरह से लाखों रुपए का शौचालय बनाकर सिर्फ तालों में कैद हुआ है और खराब भी हो रहे हैं। ऐसे में साफ समझ में आता है। एक तरफ सरकार स्वच्छ भारत अभियान चलाती है और यहां शौचालय मुख्यालय में अगर कोई गया है तो लोगों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।
Sidhi news:ऐसे में सरकार की मानसिकता क्या है। सरकार में बैठे अधिकारियों की मानसिकता क्या है, यह समझ से परे हैं। आम आदमियों को कितनी समस्या का सामना करना पड़ता है वही फोटो के माध्यम से साफ समझ में आता है कि महिला बाल विकास के भवन के ठीक पीछे मूत्रालय भवन बना दिया गया है। जिसमें ताला पूर्ण रूपेण बंद है और एक व्यक्ति वहीं पर पेशाब करता हुआ नजर आ रहा है। खुले में इसी तरह पूरे दिन में 100 से डेढ़ सौ लोग पेशाब खुले में करते हैं और सरकार कागज पर शौचालय सार्वजनिक स्वच्छ भारत कचरा घर के नाम पर लाखों करोड़ों रुपए की राशि खर्च कर रही है। पर जिस तरह से जगह-जगह सार्वजनिक शौचालय तालों में कैद है सिहावल, सोनवर्षा, सहजी, बमुरी, चितवारिया, अमिलिया, बघोर, बिठौली, खडबड़ा, तितली, काडियार, हाड़ी, पहाड़ी, सवैचा, बाकी, सजवानी, बलया, हटवा, मुर्दाडीह, घोघरा, गहिरा, कारीमाटी, खोरबा, कुरौली खुर्द और कला सेमरी, गेरुआ, मेढौली, कोदौरा, हिनौती, सुपेला विभिन्न पंचायत में सरकार की मानसिकता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।