फिर ठप हुई संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र की 210 मेगावाट यूनिट, तकनीकी खराबी से उत्पादन प्रभावित
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
जिले के पाली स्थित संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र की 210 मेगावाट क्षमता वाली यूनिट नंबर-1 एक बार फिर तकनीकी खराबी के कारण बंद हो गई है। इस यूनिट के बंद होने से विद्युत उत्पादन पर असर पड़ा है और केंद्र की कुल उत्पादन क्षमता में कमी आई है। यह वही यूनिट है जो लगभग एक साल तक बंद रहने के बाद हाल ही में चालू की गई थी, लेकिन कुछ ही महीनों के संचालन के बाद फिर तकनीकी दिक्कतों का शिकार हो गई।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को यूनिट में अचानक तकनीकी समस्या उत्पन्न हो गई, जिसके चलते सुरक्षा कारणों से इसे बंद करना पड़ा। इंजीनियरों और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम लगातार मरम्मत कार्य में जुटी हुई है। प्रबंधन का कहना है कि समस्या की पहचान कर ली गई है और उम्मीद है कि यूनिट को सोमवार शाम तक दोबारा चालू कर दिया जाएगा।
संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के अधीन प्रदेश के प्रमुख ताप विद्युत केंद्रों में से एक है। यहां कुल चार यूनिटें संचालित हैं, जिनमें से तीन की क्षमता 210-210 मेगावाट और एक की क्षमता 500 मेगावाट है। केंद्र से मध्यप्रदेश सहित आसपास के कई जिलों को बिजली की आपूर्ति की जाती है। ऐसे में यूनिट नंबर-1 का बंद होना प्रदेश की ऊर्जा आपूर्ति व्यवस्था पर भी कुछ हद तक प्रभाव डाल सकता है।
पिछले एक वर्ष से यह यूनिट चर्चा में रही है। लगभग बारह महीने तक तकनीकी खामियों और रखरखाव के अभाव के कारण यह पूरी तरह से ठप रही। कुछ महीनों पहले भारी खर्च और विशेषज्ञों की निगरानी में मरम्मत कार्य पूरा कर इसे दोबारा शुरू किया गया था। लेकिन अब इसके फिर से बंद होने से प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय कर्मचारियों का कहना है कि यूनिट की मशीनें काफी पुरानी हो चुकी हैं, जिनके नियमित रखरखाव और अद्यतन तकनीक की जरूरत है।
इधर, प्रबंधन का कहना है कि संयंत्र की सभी यूनिटों का मेंटेनेंस निर्धारित समय पर किया जाता है। यूनिट नंबर-1 में उत्पन्न हुई तकनीकी समस्या गंभीर नहीं है और इसे जल्द ठीक कर लिया जाएगा। वहीं, ऊर्जा विभाग के सूत्रों का कहना है कि राज्य में फिलहाल बिजली की मांग सामान्य है, इसलिए इस बंदी का व्यापक असर नहीं पड़ेगा।
