Umaria News: उमरिया आरटीओ व्यवस्था बेबस, दलालों का दबदबा, जनता परेशान
उमरिया तपस गुप्ता
Umaria News: उमरिया जिले का क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) इन दिनों दलालों का अड्डा बन चुका है। कार्यालय परिसर में हर सुबह से शाम तक दलालों का जमघट देखा जा सकता है। आम नागरिकों को जरूरी कार्यों के लिए कार्यालय से ज्यादा दलालों के पास जाना पड़ता है, जिससे सरकारी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
Umaria News: चाहे ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना हो, वाहन का पंजीयन कराना हो या दस्तावेजों में संशोधन बिना दलालों की मदद के कार्य कराना आमजन के लिए आसान नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, जो व्यक्ति स्वयं जाकर फॉर्म भरने और प्रक्रिया का पालन करता है, उसे बार-बार त्रुटियों के नाम पर लौटाया जाता है। दूसरी ओर, वही कार्य जब दलालों के माध्यम से किया जाता है, तो चुटकियों में फाइल आगे बढ़ा दी जाती है।
Umaria News: दलाल एक निर्धारित फीस तय करते हैं, जो वास्तविक सरकारी शुल्क से कहीं अधिक होती है। यह भी सामने आया है कि कई बार बिना आवेदक की उपस्थिति के ही लाइसेंस और फिटनेस सर्टिफिकेट जारी कर दिए जाते हैं। यह आरटीओ व्यवस्था में दलालों की मजबूत पकड़ को दर्शाता है।
Umaria News: आरटीओ परिसर में आने वाले कई लोगों ने बताया कि उन्हें कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी जाती। जब वे थक-हारकर बाहर आते हैं, तब दलाल उन्हें घेर लेते हैं और काम जल्दी करवाने का लालच देकर मोटी रकम ऐंठते हैं। लोगों ने यह तक आरोप लगाया है कि जानबूझकर अड़चनें पैदा की जाती हैं ताकि दलालों का काम चलता रहे।
Umaria News: इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए आरटीओ अधिकारी संतोष पॉल ने कहा कि कार्यालय में सभी कर्मचारी कार्यरत हैं। नागरिकों को किसी भी दलाल या बाहरी व्यक्ति की आवश्यकता नहीं है। वे सीधे कार्यालय आकर अपना काम करवा सकते हैं।
Umaria News: हालांकि आरटीओ अधिकारी का बयान व्यवस्था की मजबूती का दावा करता है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयान कर रही है। जब तक दलालों की गतिविधियों पर सख्ती से लगाम नहीं लगाई जाती, आम जनता को भ्रष्ट तंत्र का शिकार होना पड़ता रहेगा।