Sidhi news:ऋषिकेश फ़ाउण्डेशन की बाल सेना मोगली पलटन ने इस बार पर्यावरण हितैषी होली अभियान चलाने का फ़ैसला किया है। इस अभियान का नाम “फूल से फगुआ” रखा गया है। फूल से फगुआ के अंतर्गत होली, फूलों और स्थानीय वनस्पतियों से बने रंगों से, खेली जाएगी। ऋषिकेश फ़ाउण्डेशन के सेवादार और मोगली पलटन के बाल सेनानी “अब की ददुआ, फूल से फगुआ” मनायेंगे और स्थानीय स्तर पर लागों को इस पहल में शामिल होने के लिये प्रेरित करेंगे।
Sidhi news:हाल ही में पद्मश्री फूलबासन बाई यादव एक कार्यक्रम में शिरकत करने सीधी आयी थीं। इसी दौरान फूलबासन जी ऋषिकेश आश्रम पहुँची और ऋषिकेश फ़ाउण्डेशन के सेवादारों से मुलाक़ात की। बातचीत के दौरान फूलों से बने रंगों का विचार रखा गया। फूलबासन जी की अगुआई में छत्तीसगढ़ में “हरियाली बहनें” फूलों और वनस्पतियों से रंग बनाकर रोजगार भी हासिल कर रही हैं। ये पहल बेहद सामयिक, अनिवार्य और हरित रोज़गार के साथ महिलाओं का आत्मसम्मान और आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायक सिद्ध हो रही है। हरियाली बहनों की तर्ज पर मोगली पलटन भी देशज फूलों और वनस्पतियों से रंग बनाएगी और होली खेलेगी। आमजन को पर्यावरण हितैषी होली मनाने को प्रोत्साहित करने के लिए ये इकोफ्रेंडली रंग कुछ चुनिंदा विद्यालयों एवं अन्य सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय लोगों को भेंट भी किए जाएँगे। मोगली पलटन ने सभी बच्चों से अपील की है कि यदि आप ऐसा भविष्य चाहते हैं जिसमें स्वच्छ हवा हो, पीने लायक पानी हो और खेती लायक जमीन हो तो ये नारा ध्यान रखिए-अब की ददुआ, फूल से फगुआ।