रिसोर्ट की रसोई में मिला छत्तीसगढ़ सरकार का ‘अमृत’ नमक, उड़नदस्ते की कार्रवाई में बड़े खुलासे
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
जिले में उड़नदस्ते की टीम ने शुक्रवार को दो प्रमुख रिसोर्ट्स की जांच की, जिसमें खाद्य सुरक्षा से जुड़े कई गंभीर उल्लंघन सामने आए। टीम ने ओलिव होटल एंड रिसोर्ट और धरोहर कोठी में किचन की गुणवत्ता, उपयोग होने वाली सामग्री और लाइसेंस संबंधी दस्तावेजों की जांच की। दोनों ही स्थानों पर मिली अनियमितताएं स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा मानी जा रही हैं।

जांच की शुरुआत ओलिव होटल एवं रिसोर्ट से हुई। टीम ने पाया कि किचन में चाइनीज व्यंजनों के लिए जिस कॉर्न फ्लोर का इस्तेमाल किया जा रहा था, वह अखाद्य गुणवत्ता का है। यह वही कॉर्न फ्लोर है, जिसका उपयोग आमतौर पर कपड़ों को कलफ करने में किया जाता है और इसका खाद्य उपयोग स्वास्थ्य के लिए खतरनाक माना जाता है। टीम ने सभी पैकेट मौके से जब्त कर लिए। इसके अलावा फ्रिज में कॉकरोच चलते हुए मिले, जिससे साफ-सफाई के स्तर की गंभीर खामियां उजागर हुईं। इन आधारों पर संचालक के विरुद्ध खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
इसके बाद टीम ने धरोहर कोठी रिसोर्ट की जांच की। यहां सबसे बड़ा खुलासा हुआ कि रेस्टोरेंट में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गरीब परिवारों को निःशुल्क वितरित किए जाने वाला ‘अमृत’ नमक उपयोग किया जा रहा था। यह नमक सरकारी योजनाओं के लिए निर्धारित है और इसका व्यावसायिक उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित है। टीम ने ऐसे 32 पैकेट मौके से जब्त किए।
संचालक के पास अनिवार्य FSSAI लाइसेंस भी नहीं मिला। जो रजिस्ट्रेशन मौजूद था, वह केवल छोटे खाद्य कारोबारियों के लिए मान्य श्रेणी का था और इस स्तर के रेस्टोरेंट पर लागू नहीं होता। कार्रवाई के दौरान मैनेजर अमित शुक्ला ने दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर उन्हें काट दिया और जांच में सहयोग नहीं किया, जिसे रिपोर्ट में गंभीर उल्लंघन के रूप में दर्ज किया गया है।
संचालक जयवर्धन कुरोथे और मैनेजर अमित शुक्ला दोनों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया जा रहा है। टीम ने स्पष्ट किया है कि उपभोक्ताओं को सुरक्षित भोजन उपलब्ध कराने के लिए ऐसे अभियानों को आगे भी जारी रखा जाएगा।
