Umaria News: संत जोसेफ स्कूल में लोकतंत्र का उत्सव, बच्चों ने सीखा मतदान का महत्व
लोकसभा-विधानसभा चुनाव की तर्ज पर हुआ स्कूल कैप्टन और हाउस कैप्टन का चुनाव
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
लोकतंत्र की बुनियाद बचपन से ही मजबूत हो इस विचार को साकार करते हुए उमरिया जिले के बिरसिंहपुर पाली में संचालित संत जोसेफ स्कूल ने एक अनूठी पहल की। स्कूल परिसर में लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तर्ज पर चुनाव प्रक्रिया आयोजित की गई, जिसमें छात्र-छात्राओं ने पूरे उत्साह और गंभीरता के साथ भाग लिया।
इस आयोजन का उद्देश्य बच्चों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया से परिचित कराना, नेतृत्व क्षमता का विकास करना और उन्हें जिम्मेदार नागरिक के रूप में तैयार करना था। विद्यालय में हाउस कैप्टन और स्कूल कैप्टन पदों के लिए चुनाव हुए, जिसमें कक्षा तीसरी से लेकर बारहवीं तक के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।
लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सजीव अभ्यास
चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से वास्तविक लोकतांत्रिक प्रणाली पर आधारित थी। छात्रों को वैलिड पेपर बैलट दिए गए, जिनके माध्यम से उन्होंने गुप्त मतदान किया। मतदान के बाद हर छात्र के हाथ में चुनावी स्याही भी लगाई गई, जिससे प्रक्रिया की प्रामाणिकता बनी रही।
चुनाव में स्कूल कैप्टन के 2 पद, वाइस कैप्टन के 4 पद, और चार अलग-अलग हाउसों के लिए 24 प्रत्याशियों ने नामांकन किया। कुल मिलाकर 30 प्रत्याशियों ने भाग लिया और चुनावी माहौल पूरी तरह जीवंत हो उठा। प्रत्याशियों ने प्रचार अभियान भी चलाया, जिसमें उन्होंने अपने सहपाठियों को योजनाएं और विचार साझा किए।
प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी
इस आयोजन में पाली विकासखंड शिक्षा अधिकारी (BEO) सरिता जैन ने बतौर पर्यवेक्षक अपनी भूमिका निभाई। उन्होंने संपूर्ण चुनाव प्रक्रिया की निगरानी की और कहा,
आज के ये बच्चे कल के मतदाता हैं। इस तरह के आयोजन न केवल उन्हें मतदान की प्रक्रिया से जोड़ते हैं, बल्कि उनमें सामाजिक और राजनीतिक चेतना भी विकसित करते हैं।
वहीं पाली थाना प्रभारी राजेश चंद्र मिश्रा भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन की प्रशंसा करते हुए कहा,आज के समय में शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं होनी चाहिए। संत जोसेफ स्कूल ने बच्चों को व्यवहारिक शिक्षा देकर एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है। यह अनुभव उनके उज्ज्वल भविष्य की नींव रखेगा।
अनुशासन और उत्साह के साथ सम्पन्न हुआ मतदान
चुनाव के दौरान विद्यालय परिसर में पूर्ण अनुशासन देखने को मिला। मतदान केंद्र बनाए गए थे, जहाँ शिक्षक चुनाव अधिकारी की भूमिका में रहे। छात्र-छात्राएं शांतिपूर्वक कतारबद्ध होकर मतदान केंद्रों तक पहुँचे और अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
संत जोसेफ स्कूल की यह अभिनव पहल न सिर्फ शिक्षाप्रद रही बल्कि यह बच्चों के लिए एक अविस्मरणीय लोकतांत्रिक अनुभव भी बन गई। इस प्रक्रिया ने उनके भीतर नेतृत्व, निर्णय लेने की क्षमता और सामाजिक जिम्मेदारी जैसे मूल्यों का बीजारोपण किया। विद्यालय की यह सोच निश्चय ही आने वाली पीढ़ियों को जागरूक और उत्तरदायी नागरिक बनाने की दिशा में एक सार्थक प्रयास है।